Last Update : 19-Nov-2020,15:55:36

ABOUT VYAKHYANMALA

भारतीय ज्ञानपीठ,उज्जैन मध्यप्रदेश का एक ऐसा अग्रणी शैक्षणिक संस्थान है जो छात्राओं को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने के लिए जाना जाता है। इस संस्थान में नर्सरी से पोस्ट ग्रेजुएशन तक विभिन्न पाठ्यक्रम छात्राओं के लिए उपलब्ध है जहाँ से प्रतिवर्ष लगभग 5000 विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर अपने भविष्य को संवारते है। इस गरिमामयी संस्था के अध्यक्ष श्री कृष्णमंगलसिंह कुलश्रेष्ठ स्वयं एक सर्वोदयी और गाँधीवादी विचारक  के रूप में जाने जाते है। आप संस्था का संचालन भी एक मिशन के रूप में करते है और यह मानते है कि विद्यार्थियों को शैक्षणिक क्षेत्र में निपुण बनाने के साथ उन्हे उनके सामाजिक दायित्व और राष्ट्रप्रेम  का बोध होना भी आवश्यक  है। इसी आशा के साथ एक दिन अचानक आपके मन में यह विचार कौंधा कि क्यो न समाज मेे सद्भावना कायम करने के लिए एक विराट वैचारिक अनुष्ठान आरंभ किया जाये जहाँ देश  के ख्यात चिन्तक,विचारक, विश्लेषक और बुद्विजिवी व्यक्त्वि एक साथ जमा हो और अपने श्रीमुख से सद्भावना की ज्योति प्रज्वलित करे। इसी विचार- बीज को एक साकार वटवृक्ष का रूप देने के लिए आपने  विश्वविख्यात साहित्यकार कवि कुलगुरू पद्मभूषण डाॅ. शिवमंगलसिंह सुमन की पावन स्मृति में ‘‘अखिल भारतीय सद्भावना व्याख्यानमाला’’ का आगाज सन्  2003  मे किया। व्याख्यानमाला का प्रथम व्याख्यान प्रसिद्ध समाजवादी चिंतक  श्री रघु ठाकुर के श्रीमुख से प्रस्तुत हुआ, जिसे उज्जैन के प्रसिद्ध  ग्रांड होटल के भव्य परिसर में उपस्थित श्रोताओं के विशाल समुदाय ने भरपुर समर्थन दिया । प्रथम सद्भावना व्याख्यानमाला में ही प्रसिद्ध   पत्रकार एवं लेखक डाॅ.महीपसिंह सहित कई अन्य राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ताओं के व्याख्यान समपन्न हुए। प्रथम व्याख्यानमाला को श्रोताओं से मिले भरपुर समर्थन ने श्री कृष्णमंगलसिंह कुलश्रेष्ठ को और अधिक संबल प्रदान किया और उसी का परिणाम है कि आज सद्भावना व्याख्यानमाला अपने सफलतम और गरिमामयी 11 वर्ष पूर्ण करने के  पश्चात् 12 वे पायदान की और अग्रसर हो रही है। विगत सद्भावना व्याख्यानमालाओं में श्री तुषार गाँधी, सुश्री मेधा पाटकर, श्री सुन्दरलाल बहुगुणा, जलक्रांतिदुत. श्री राजेन्द सिंह, सुश्री मधु किष्वर, श्री प्रभाष जोशी , डाॅ. सईदा हमीद, स्वामी अग्निवेश, श्री गोविंदाचार्य, संत श्री भय्यु महाराज, जस्टिस श्री रमेशचंद्र लाहोटी और श्री विष्णुसदाशिव  कोकजे सहित 150 से अधिक राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विद्वानो  के व्याख्यान सम्मपन्न हुए है।


    अ.भा. सद्भावना व्याख्यानमाला की ख्याति और कीर्ति अब राष्ट्रीय स्तर तक व्याप्त हो चुकी हैं। भविष्य में अ.भा. सद्भावना व्याख्यानमाला में कई ओर  विश्वविख्यात व्यक्तित्वों के व्याख्यान सम्पन्न होना हैं । आपके व्यापक सहयोग और समर्थन का क्रम अनवरत जारी रहने की अपेक्षा सदैव रहेगी।

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