Last Update : 19-Nov-2020,15:55:36

VISION

वर्तमान समाज आपसी सदभाव के गहरे आभाव के दौर से गुजर रहा है। सम्पूर्ण  अंतराष्ट्रीय जगत में आतंकवाद एक विकराल समस्या के रूप में कायम हो चुका है। ऐसे मे समुचा विश्व पुनः राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के आदर्शो और विचारो की और देख रहा है। हमारा यह नैतिक कर्तव्य है कि हम बापू के द्वारा बताये गये सद्भावना के मुल मंत्र को जन-जन तक पहुचाऐं इसी धेर्य और उद्देष्यों को कायम रखते हुए मैने अखिल भारतीय सद्भावना व्याख्यानमाला आयोजित करने की कल्पना की और इसे अटुट दृढ़विश्वाश ,इच्छाशक्ति और आप सभी के सहयोग,समर्थन और विश्वाश  के आधार पर फलिभुत किया।       
    
    मुझे प्रसन्नता है कि अखिल भारतीय सद्भावना व्याख्यानमाला में राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ताओं के व्याख्यानो से निकली सद्भावना की बयार सम्पूर्ण विश्व तक विस्तारित हो रही है। सद्भाव,प्रेम और भाईचारे का संदेश प्रदान करने वाले व्याख्यान समाज में वसुधेव कुटुंबकम की पावन धारणा को स्थापित कर रहे है। ‘‘ शांति’’ और ‘‘विश्व बन्धुत्व’’ पर आधारित व्याख्यानो को मिली अपार सराहना हमारे सद्भावना-प्रसार के उद्देष्य को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।  
    वेैमनस्यता की आग में जल रहे विश्व को शांत करने के लिए जन-जन के मन में सद्भावना की  शितलता प्रदान करना बेहद आवश्यक है सद्भावना व्याख्यानमाला मे हो रहे वैचारिक मंथन इस शितलता को बेहतर रूप से स्थापित कर रहे है।
 

PHOTO GALLERY

LATEST UPDATES

भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा पद्मभूषण डॉ शिवमंगल सिंह सुमन स्मृति अष्टदश अखिल भारतीय

श्रम शक्ति का महत्व महात्मा गांधी ने संपूर्ण विश्व को बताया है - माननीय न्यायमूर्ति

गांधी की नेतृत्व क्षमता सत्य और अहिंसा पर आधारित है - श्री जनक मेहता   उज्जैन।

बुद्ध की दी गई शिक्षा से विश्व शांति संभव है - डॉ. सीताराम दुबे  उज्जैन। वर्तमान

विश्व का भविष्य सद्भावना से ही सुरक्षित रहेगा - श्री प्रकाश आर. अर्जुनवार  

सादर प्रकाशनार्थ, देश की समस्याओं का निराकरण आपसी सद्भाव से ही संभव है  - हाजी श्री

सहकारिता महिलाओं की क्षमता बढ़ाने में सहायक है  - श्रीमती शताब्दी पाण्डे उज्जैन।

Quick Contact